Blog

  • डिजाइनर और पारंपरिक राखियाँ आकर्षण का केन्द्र

    डिजाइनर और पारंपरिक राखियाँ आकर्षण का केन्द्र

    देवघर में राखी बाजार सजे, 9 अगस्त को रक्षाबंधन, डिज़ाइनर और पारंपरिक राखियाँ आकर्षण का केंद्र, इस बार मेड इन इंडिया राखियों की मांग अधिक।

    देवघर(SHABD): 9 अगस्त को रक्षाबंधन देवघर में राखी बाजार सजे डिज़ाइनर और पारंपरिक राखियाँ आकर्षण का केंद्र इस बार मेड इन इंडिया राखियों की मांग अधिक एंकर भाई बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक पर्व रक्षाबंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा। बाबा नगरी देवघर में भी राखी बाज़ार सज चुके हैं। इस बार मेड इन इंडिया राखियों की मांग अधिक है।

    बाबा नगरी देवघर में टावर चौक से लेकर आजाद चौक तक की सड़कों पर रंग-बिरंगी, डिज़ाइनर और पारंपरिक राखियों से दुकानें भरी पड़ी हैं। बच्चों के लिए कार्टून राखियों से लेकर तरह तरह की राखियां आकर्षण का केंद्र हैं ।

    रक्षाबंधन के मद्देनजर बहनें अपने भाई के लिए यूनिक डिज़ाइन की राखी खरीदने को लेकर काफी उत्साहित हैं. दुकानदार भी ग्राहकों की अच्छी भीड़ से खासे खुश हैं। उन्होंने बताया कि इस बार मेड इन इंडिया राखियों की मांग अधिक है।

    राज्य के अन्य जिलों में भी राखी बाज़ार सज चुके हैं और बाज़ार की रौनक देखते ही बन रही है।

  • पीलीभीत में व्यापारियों ने अमेरिकी उत्पादो के बहिष्कार का लिया निर्णय

    पीलीभीत में व्यापारियों ने अमेरिकी उत्पादो के बहिष्कार का लिया निर्णय

    पीलीभीत(SHABD): अमेरिका द्वारा थोपे गए 50 फीसदी टैरिफ का पीलीभीत में आज व्यापारी संगठनों व अधिवक्ता संघ द्वारा भारी विरोध करते हुए धरना प्रदर्शन किया गया और ट्रंप प्रशासन से इसे वापस लेने की चेतावनी दी गई। व्यापार मंडल के प्रांतीय उपाध्यक्ष हंसराज गुलाटी ने बताया कि अमेरिका के माल का बहिष्कार करने का निर्णय भी व्यापार द्वारा लिया गया।

  • चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के बयान को भ्रामक और तथ्यहीन बताया

    चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के बयान को भ्रामक और तथ्यहीन बताया

    भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी हमारे लोकतंत्र पर एटम बम वाले बयान को भ्रामक और तथ्यहीन बताया है।

    नई दिल्ली(SHABD): लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के वोट चोरी हमारे लोकतंत्र पर एटम बम वाले बयान को इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया ने भ्रामक और तथ्यहीन बताया है। चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर राहुल गांधी को अपने बयान पर भरोसा है, तो उन्हें वोटर लिस्ट में गड़बड़ी से जुड़ा एक शपथ-पत्र भरना चाहिए।

    आयोग ने कहा कि यह शपथ-पत्र Registration of Electors Rules, 1960 के Rule 20(3)(b) के तहत भरना चाहिए और इसे कर्नाटक के CEO को गुरूवार शाम तक जमा करना जरूरी है। ताकि जरूरी कार्यवाही की जा सके।

    चुनाव आयोग ने आगे कहा है कि यदि राहुल गांधी को अपने ही शब्दों पर विश्वास नहीं है, तो उन्हें ऐसे बेतुके निष्कर्ष निकालना बंद करना चाहिए और जनता को गुमराह नहीं करना चाहिए।

  • केन्द्रीय जेल रायपुर में शोएब ढेबर को 3 माह के लिए सभी प्रकार के मुलाकात से किया गया प्रतिबंधित

    केन्द्रीय जेल रायपुर में शोएब ढेबर को 3 माह के लिए सभी प्रकार के मुलाकात से किया गया प्रतिबंधित

    रायपुर, 7 अगस्त, 2025 : केन्द्रीय जेल रायपुर से श्री शोएब ढेबर पिता श्री अनवर ढेबर को सभी प्रकार के मुलाकात से आगामी तीन माह के लिए प्रतिबंधित किया गया है। श्री शोएब ढेबर द्वारा जेल अधिकारियों की अनुमति के बिना जबरदस्ती मुलाकात कक्ष में प्रवेश कर शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की गई, इस आधार पर यह प्रतिबंध लगाया गया है।

    जेल अधीक्षक रायपुर द्वारा जारी आदेश अनुसार श्री शोएब ढेबर ने अधिवक्ता मुलाकात के समय संबंधित अधिकारियों द्वारा मना किए जाने के बावजूद जबरन प्रवेश किया, जिससे जेल के सुरक्षा और संचालन व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न हुआ। इस घटना की जांच उप जेल अधीक्षक श्री एम.एन. प्रधान द्वारा की गई, जिनकी रिपोर्ट में पुष्टि की गई कि श्री शोएब ढेबर द्वारा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करना सत्य है।

    जेल नियमावली के नियम 690 के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केन्द्रीय जेल रायपुर के जेल अधीक्षक द्वारा आदेश जारी करते हुए श्री शोएब ढेबर को तीन माह तक किसी भी बंदी से किसी भी प्रकार की मुलाकात से प्रतिबंधित कर दिया गया है। जेल अधीक्षक ने कहा कि जेल परिसर की सुरक्षा एवं अनुशासन बनाए रखने के लिए ऐसे कृत्यों को गंभीरता से लिया जाएगा और भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति रोकने हेतु कड़े कदम उठाए जाएंगे।

  • दो से अधिक बार शराब तस्करी पर होगी संपत्ति जब्ती की कार्रवाई : उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

    दो से अधिक बार शराब तस्करी पर होगी संपत्ति जब्ती की कार्रवाई : उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 : उपमुख्यमंत्री एवं बस्तर जिले के प्रभारी मंत्री श्री विजय शर्मा ने आज जगदलपुर स्थित जिला कार्यालय के प्रेरणा सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों द्वारा जिले में किए जा रहे नवाचारों और योजनाओं के क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने स्पष्ट निर्देश दिए कि यदि कोई व्यक्ति दो से अधिक बार शराब या अन्य नशे की तस्करी में संलिप्त पाया जाता है, तो उसकी संपत्ति जब्त करने की कानूनी कार्यवाही तत्काल आरंभ की जाए। उन्होंने नशा उन्मूलन के लिए पुलिस विभाग, जनप्रतिनिधियों और दवा व्यापारियों के साथ समन्वय बैठक आयोजित करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने जगदलपुर के सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में शीघ्र ओपीडी सेवा प्रारंभ करने को कहा, ताकि आम जनता को विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं सुलभ हो सकें।

    उपमुख्यमंत्री ने राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गों के किनारे स्थित ग्राम पंचायतों में कॉम्प्लेक्स निर्माण कर पंचायतों को स्वावलंबी बनाने का सुझाव दिया, जिससे पंचायतों को स्थायी राजस्व प्राप्त हो सके। उन्होंने पंचायत सचिवों को अविवादित बंटवारे के मामलों को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज कराने हेतु ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देने और जनजागरूकता हेतु मुनादी एवं होर्डिंग लगाने के निर्देश भी दिए। मिलेट्स उत्पादन करने वाले किसानों के उत्पाद को बाजार तक पहुँचाने की ठोस व्यवस्था बनाने तथा मक्का उत्पादक किसानों को स्प्रिंकलर एवं विभागीय योजनाओं से जोड़ने की बात भी कही।

    बैठक में पंचायत विभाग द्वारा किए गए नवाचारों, अटल डिजिटल सुविधा केंद्र, महतारी सदन, दीनदयाल अंत्योदय योजना, बिहान, मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), आत्मसमर्पित नक्सली एवं नक्सल पीड़ित हितग्राहियों को प्रथम किश्त के उपरांत आवास की प्रगति, ग्राम पंचायतों में पंजी संधारण की स्थिति, डीपीआरसी ट्रेनिंग सेंटर, स्वच्छ भारत मिशन तथा आगामी तीन माह की कार्ययोजना की भी समीक्षा की गई।

    उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने गृह विभाग के अंतर्गत अवैध शराब, सट्टा, जुआ, गोधन तस्करी, यातायात नियंत्रण, हिट एंड रन, मोटरयान अधिनियम की धाराओं पर की गई कार्रवाई, ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन, गुम इंसानों के प्रकरण और एनडीपीएस एक्ट के मामलों की स्थिति की जानकारी ली गई। स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए गए नवाचारों, आयुष्मान कार्ड वितरण, मोबाइल हेल्थ वैन संचालन, जनऔषधि केंद्रों की उपलब्धता, सिकलसेल डायग्नोसिस, डॉक्टरों और पैरा मेडिकल स्टाफ की स्थिति तथा आगामी तीन माह के लिए निर्धारित कार्ययोजना की समीक्षा की गई।

    वन विभाग द्वारा किए गए लाख उत्पादन, तेंदूपत्ता बोनस वितरण, चरण पादुका वितरण और निर्माण कार्यों की स्थिति की समीक्षा के साथ-साथ कैंपा मद में दो वर्षों के आवंटन और व्यय की जानकारी भी ली गई। महिला एवं बाल विकास विभाग की महतारी वंदन योजना, मातृ वंदन योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, स्वस्थ लइका अभियान और नीति आयोग के सहयोग से चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की जानकारी भी बैठक में दी गई। राजस्व विभाग द्वारा किए गए नवाचार, प्रकरणों की स्थिति, शिविरों की प्रगति और भू-अर्जन से संबंधित कार्यों की समीक्षा क

    उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने जल संसाधन विभाग के तहत प्रमुख बांध, नहर और जलाशयों में जलभराव की स्थिति की समीक्षा की गई। विद्युत विभाग की प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना, ट्रांसफार्मर की उपलब्धता, आरडीएसएस योजना के तहत क्रियान्वयन की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया गया। लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा तथा राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा किए जा रहे निर्माण कार्यों और आगामी तीन माह के कार्यों की कार्ययोजना पर भी चर्चा हुई।

    शिक्षा विभाग द्वारा ज्ञानगुड़ी योजना के तहत निरूशुल्क कोचिंग, आईसीटी आधारित प्रशिक्षण, बहुभाषी शिक्षा, पीएम श्री स्कूलों के निर्माण, शिक्षा गुणवत्ता कार्यक्रम, मिशन 200, जीरो ड्रॉपआउट अभियान और सम्पर्क फाउंडेशन की गतिविधियों की समीक्षा की गई। आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा छात्रावासों और छात्रवृत्तियों की स्थिति प्रस्तुत की गई। खाद्य विभाग द्वारा पीडीएस प्रणाली, धान भंडारण एवं उठाव की स्थिति की जानकारी दी गई। नगर निगम द्वारा स्वच्छ भारत मिशन शहरी, पीएम आवास योजना शहरी, भवन अनुज्ञा एवं अधोसंरचना विकास कार्यों की समीक्षा की गई। जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना और पीएमईजीपी की प्रगति की जानकारी प्रस्तुत की गई। इसके अतिरिक्त सहकारिता, समाज कल्याण और श्रम विभाग की गतिविधियों की भी समग्र समीक्षा की गई।

    उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता और समयबद्धता सुनिश्चित की जाए तथा यह ध्यान रखा जाए कि इन योजनाओं का लाभ अंतिम छोर के व्यक्ति तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि विकास के कार्यों में शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में चित्रकोट विधायक श्री विनायक गोयल, महापौर श्री संजय पांडेय, सचिव पंचायत श्री भीम सिंह, कलेक्टर श्री हरिस एस., पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा, जिला पंचायत सीईओ श्री प्रतीक जैन, वनमंडलाधिकारी श्री उत्तम गुप्ता सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

  • नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए बन रहे तीन हजार पीएम आवास

    नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों के लिए बन रहे तीन हजार पीएम आवास

    रायपुर, 7 अगस्त 2025 : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दूरस्थ वनांचलों के हर परिवार को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने सरकार लगातार पहल कर रही है। राज्य में नक्सल पीड़ित परिवारों और आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए विशेष परियोजना के तहत करीब तीन हजार आवास बन रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने केंद्र सरकार से विशेष आग्रह कर आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवारों के लिए जो प्रधानमंत्री आवास योजना की पात्रता की शर्तों में नहीं आ पा रहे थे, उनके लिए विशेष परियोजना के तहत 15 हजार आवास स्वीकृत कराया है।

    विशेष परियोजना के तहत राज्य में अब तक पात्र पाए गए पांच हजार परिवारों में से तीन हजार परिवारों के लिए आवास स्वीकृत कर 2111 परिवारों को आवास निर्माण के लिए पहली किस्त और 128 परिवारों को दूसरी किस्त भी जारी की जा चुकी है। सुदूर वनांचलों में रहने वाले इन परिवारों के आवास तेजी से बन रहे हैं। नक्सल हिंसा से प्रभावित सुकमा की सोडी हुंगी और कांकेर की दशरी बाई का विशेष परियोजना के अंतर्गत स्वीकृत पीएम आवास दुर्गम क्षेत्र और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद मात्र तीन महीनों में ही बनकर तैयार हो गया है। इस साल मार्च में स्वीकृति के बाद मई में इनके आवासों का निर्माण प्रारंभ हुआ था।

    बस्तर में नक्सल हिंसा से प्रभावित और आत्मसमर्पित नक्सलियों के परिवारों में खुशियों ने फिर से दस्तक देना शुरू कर दिया है। विशेष परियोजना के तहत स्वीकृत उनके पक्के आवास तेजी से आकार ले रहे हैं। दूरस्थ और कठिन भौगोलिक क्षेत्र होने के बावजूद इन परिवारों के हौसले और शासन-प्रशासन की मदद से उनके सपनों के आशियाने मूर्त रूप ले रहे हैं। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद से प्रभावित परिवारों के पुनर्वास की दिशा में यह विशेष परियोजना न केवल एक ठोस कदम है, बल्कि पीड़ित परिवारों के पुनर्वास की दिशा में मील का पत्थर भी है।

    दुर्गम क्षेत्र और विपरीत हालातों के बीच भी तीन महीने में निर्माण पूरा

    कांकेर जिला मुख्यालय से लगभग 200 किलोमीटर दूर कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के उलिया ग्राम पंचायत में रहने वाली श्रीमती दसरी बाई नुरूटी के पति श्री दोगे नुरूटी की विधानसभा चुनाव के दौरान माओवादी घटना में मृत्यु हो गई थी। पीएम आवास योजना में नक्सल पीड़ित परिवारों के लिए विशेष परियोजना के तहत इस साल मार्च में उसका आवास स्वीकृत किया गया था। मई में उसके आवास का निर्माण शुरू हुआ था। अब मात्र तीन महीनों की अल्प अवधि में ही उसके आवास का निर्माण पूर्ण हो गया है। दसरी बाई के हौसले के कारण कठिन परिस्थितियों के बावजूद बहुत कम समय में आवास तैयार हुआ और उसके परिवार को पक्का मकान मिला।

    श्रीमती दसरी बाई बताती हैं कि वनांचल और दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण आवास के निर्माण में कई व्यावहारिक दिक्कतें आईं। विकासखंड मुख्यालय से बहुत दूर होने के कारण चारपहिया वाहनों के लिए कोई मार्ग नहीं है। इस कारण से निर्माण सामग्री लाने में बहुत कठिनाइयां आईं। बारिश होने पर दोपहिया वाहन से भी पहुंचना अत्यंत मुश्किल होता था, जिसके चलते राजमिस्त्री और श्रमिक समय पर पहुंचने से मना कर देते थे। अंदरूनी क्षेत्र होने से निर्माण सामग्रियों को लाना सामान्य क्षेत्र के मुकाबले महंगा पड़ता था।

    श्रीमती दसरी बाई कहती हैं कि आवास का काम तेजी से पूरा करने में कांकेर जिला प्रशासन, ग्राम पंचायत और प्रधानमंत्री आवास योजना के अधिकारियों का बहुत सहयोग मिला। निर्माण सामग्रियां पहुंचाने तथा राजमिस्त्रियों और श्रमिकों की व्यवस्था में ग्राम पंचायत एवं आवास टोली ने बहुत सहायता की। वह कहती हैं कि नक्सल पीड़ितों और आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास के लिए सरकार ने संवेदनशील और प्रभावी नीति बनाई है। शासन-प्रशासन के लगातार सहयोग से बहुत कम समय में उसका पक्का आवास बन गया है।

    बरसों टपकती छत वाले कच्चे मकान में रहने वाली सोडी हुंगी अब परिवार के साथ अपने नए पक्के घर में

    सुकमा जिले के गादीरास ग्राम पंचायत के आश्रित गांव ओईरास की श्रीमती सोडी हुंगी ने भी अपना पक्का आवास तीन महीने में बना लिया है। वर्ष 2005 में उसके पति श्री मासा सोडी की नक्सलियों ने मुखबिरी के संदेह में हत्या कर दी थी। उसका परिवार गरीबी में वर्षों तक कच्चे घर में रहने को मजबूर था, जहां बरसात में टपकती छत और जहरीले कीड़े-मकोड़ों से जान का खतरा बना रहता था।

    प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) में विशेष परियोजना के तहत आवास स्वीकृत होने पर सोडी हुंगी को चरणबद्ध रूप से तीन किस्तों में कुल एक लाख 35 हजार रुपए मिले। ग्राम पंचायत के तकनीकी मार्गदर्शन और समय-समय पर निगरानी के चलते इस साल जुलाई में उसके आवास का निर्माण पूरा हुआ। अब वह परिवार के साथ अपने पक्के नए घर में रहती है।

    विशेष परियोजना में सुकमा में सर्वाधिक 984 परिवारों को आवास स्वीकृत, बीजापुर के 761 और नारायणपुर के 376 परिवार शामिल

    प्रधानमंत्री आवास योजना में विशेष परियोजना के तहत अब तक करीब तीन हजार आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल प्रभावित परिवारों के लिए आवास स्वीकृत किए गए हैं। इनमें सर्वाधिक 984 परिवार सुकमा जिले के हैं। बीजापुर जिले में ऐसे 761 परिवारों, नारायणपुर में 376, दंतेवाड़ा में 251, बस्तर में 214, कोंडागांव में 166, कांकेर में 146, गरियाबंद में 27, बलरामपुर-रामानुजगंज में 25 और मानपुर-मोहला-अंबागढ़ चौकी में 23 परिवारों के आवास मंजूर किए गए हैं।

    मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विश्वास, विकास और पुनर्वास की रणनीति पर कार्य कर रही है। आत्मसमर्पित नक्सलियों और नक्सल पीड़ित परिवारों को सम्मानजनक जीवन देने हेतु राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत विशेष परियोजना के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध कर 15 हजार आवास स्वीकृत कराए हैं। उन्होंने कहा कि यह परियोजना सिर्फ ईंट और सीमेंट का निर्माण नहीं, बल्कि नए विश्वास, सुरक्षा और स्थायित्व की नींव है। दुर्गम और विषम भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद मात्र तीन महीनों में आवास पूर्ण होना यह दर्शाता है कि शासन और जनता मिलकर असंभव को भी संभव बना सकते हैं। सरकार सभी पात्र परिवारों को पक्का घर देने के लिए कटिबद्ध है।

    उप मुख्यमंत्री तथा गृह मंत्री श्री विजय शर्मा ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी शांति और समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए पुनर्वास, सुरक्षा और सम्मान की नीति पर कार्य किया जा रहा है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों और हिंसा से पीड़ित परिवारों के लिए विशेष परियोजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से जो पहल की गई है, वह सामाजिक न्याय और मानवीय गरिमा की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि सोडी हुंगी और दशरी बाई जैसे उदाहरण यह सिद्ध करते हैं कि यदि सरकार संवेदनशील हो और प्रशासन सक्रिय, तो दूरस्थ वनांचलों में भी विकास की रोशनी पहुँचाई जा सकती है। सरकार का लक्ष्य है कि हर पीड़ित परिवार को छत और सम्मान दोनों मिले। यह मिशन पूरी प्रतिबद्धता से आगे बढ़ाया जा रहा है।

  • अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण मद से स्वीकृत कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराएं कलेक्टर्स : मुख्यमंत्री साय

    अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण मद से स्वीकृत कार्यों को समय सीमा में पूर्ण कराएं कलेक्टर्स : मुख्यमंत्री साय

    रायपुर, 7 अगस्त 2025 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज जांजगीर-चांपा जिले के जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण की बैठक में प्राधिकरण के बजट को 50 करोड़ से बढ़ाकर 75 करोड़ रुपये करने की स्वीकृति दी गई। मुख्यमंत्री श्री साय ने निर्देश दिए कि प्राधिकरण मद से स्वीकृत कार्यों को सभी कलेक्टर्स गंभीरता से लें और उन्हें उच्च गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अब प्राधिकरण की बैठक हर वर्ष समय पर आयोजित होगी और कार्यों की गहन समीक्षा की जाएगी।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि संविधान की मंशा के अनुरूप अनुसूचित जाति समुदाय के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक उत्थान के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बाबासाहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा प्रदत्त संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करते हुए हम बाबा गुरु घासीदास जी के ‘मनखे-मनखे एक समान’ के संदेश को आत्मसात कर समाज में सम्मान और समानता की भावना को सशक्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुँचे, यह सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि जांजगीर-चांपा जिले को इस बैठक के लिए विशेष रूप से इसलिए चुना गया क्योंकि यह अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य अपनी स्थापना के 25वें वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और अब समय आ गया है कि हम विकास की दिशा में नए कीर्तिमान स्थापित करें।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की संकल्पना के अनुरूप राज्य में विकास के कार्य हुए हैं। अनुसूचित जाति समाज के समुचित विकास के लिए प्राधिकरण एक सशक्त माध्यम है, जिसके माध्यम से सरकार ठोस प्रयास कर रही है।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने गिरौधपुरी धाम के विकास के लिए 2 करोड़ रुपये, अजा वर्ग के विद्यार्थियों हेतु कोचिंग व्यवस्था के लिए 50 लाख रुपये, प्रत्येक वर्ष अनुसूचित जाति वर्ग के 5 युवाओं को पायलट प्रशिक्षण हेतु सहायता, तथा जोड़ा जैतखंभ के निर्माण में सीमेंट के साथ-साथ लकड़ी के उपयोग हेतु राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। साथ ही, दिल्ली में संचालित ट्राइबल यूथ हॉस्टल में सीट संख्या बढ़ाकर 200 करने की जानकारी दी और विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी हेतु इसका लाभ लेने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने आगामी समय में सभी जिला मुख्यालयों में ‘नालंदा परिसर’ के निर्माण की भी बात कही।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक के दौरान प्राधिकरण मद से स्वीकृत कार्यों के वर्षों से लंबित रहने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि भले ही प्राधिकरण के कार्यों की राशि कम हो, लेकिन उनका सामाजिक महत्व अत्यंत बड़ा है। इन कार्यों का समय पर पूर्ण न होना चिंता का विषय है।

    बैठक को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में अनुसूचित जाति समाज के उत्थान के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री की सोच समाज के वंचित वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में स्पष्ट है। उन्होंने सभी लंबित कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए और सभी समाज को साथ लेकर छत्तीसगढ़ के समग्र विकास का संकल्प दोहराया।

    अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुरु खुशवंत साहेब ने मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में समाज के विकास के लिए किए जा रहे कार्यों हेतु आभार प्रकट किया। उन्होंने गिरौधपुरी धाम में रोपवे निर्माण, मेला आयोजन के दौरान बुनियादी सुविधाओं के विस्तार, जोक नदी के पास स्नान हेतु आवश्यक व्यवस्था, ठहरने की सुविधा, जोड़ा जैतखंभ में लकड़ी के उपयोग, बाराडेरा धाम में ऐतिहासिक तालाब का संरक्षण और सौंदर्यीकरण, विद्यार्थियों के लिए स्मार्ट क्लास की व्यवस्था जैसी मांगें बैठक में रखीं। उन्होंने बजट वृद्धि और मांगों की स्वीकृति के लिए भी आभार व्यक्त किया।

    बैठक में प्राधिकरण के स्वरूप, कार्यक्षेत्र, अनुमोदित कार्यों की समीक्षा, बजट प्रावधानों की जानकारी, एवं वित्तीय वर्ष 2020 से 2025 तक स्वीकृत कार्यों की प्रगति सहित नागरिक सुविधाओं, सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों, और शैक्षणिक सुविधा विस्तार जैसे विषयों पर गहन चर्चा की गई। क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं प्राधिकरण सदस्यों के प्रस्तावों के आधार पर 49 करोड़ रुपये से अधिक की राशि के विकास एवं हितग्राही मूलक कार्यों का अनुमोदन किया गया।

    इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, उपाध्यक्ष गुरु खुशवंत साहेब, मंत्री श्री दयाल दास बघेल, श्री लखन लाल देवांगन, श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, श्री टंकराम वर्मा, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, विधायक श्री पुन्नूलाल मोहले, श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा, श्री दिलीप लहरिया, श्रीमती शेषराज हरवंश, श्रीमती उतरी गणपत जांगड़े, श्रीमती कविता प्राण लहरे, श्रीमती हर्षिता स्वामी बघेल सहित रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग के आयुक्त, आईजी, एवं 17 जिलों के कलेक्टर उपस्थित थे।

    उल्लेखनीय है कि अनुसूचित जाति प्राधिकरण का कार्यक्षेत्र संपूर्ण राज्य है जिसमें प्रदेश के 17 अनुसूचित जाति बाहुल्य जिले – जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, मुंगेली, रायपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा, गरियाबंद, रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़, दुर्ग, बेमेतरा, बालोद, महासमुंद, राजनांदगांव, खैरागढ़ सहित अन्य वे जिले भी शामिल हैं, जिनमें अनुसूचित जाति जनसंख्या 25 प्रतिशत से अधिक है।

    बैठक में जांजगीर-चांपा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सत्यलता आनंद मिरी, बिलासपुर से श्री राजेश सूर्यवंशी, गरियाबंद से श्री गौरीशंकर कश्यप, अपर मुख्य सचिव श्रीमती ऋचा शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, प्रमुख सचिव श्री सोनमणि बोरा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद एवं श्री बसव राजू, पुलिस महानिदेशक श्री अरुणदेव गौतम, विभागीय सचिव श्रीमती शहला निगार, श्री रोहित यादव, श्री कमलप्रीत सिंह, श्रीमती रीना बाबा साहेब कंगाले, श्री आर. प्रसन्ना, श्रीमती शम्मी आबिदी सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

  • नन्ही सृष्टि को गोद में उठाकर मुख्यमंत्री साय ने रच दिया अपनत्व और स्नेह का अविस्मरणीय पल

    नन्ही सृष्टि को गोद में उठाकर मुख्यमंत्री साय ने रच दिया अपनत्व और स्नेह का अविस्मरणीय पल

    रायपुर, 7 अगस्त 2025 :मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का नेतृत्व केवल जनकल्याणकारी योजनाओं और विकास की दिशा में सशक्त पहल तक सीमित नहीं है, बल्कि उनकी सहजता, आत्मीयता और मानवीय संवेदनाओं से परिपूर्ण व्यवहार ने उन्हें जन-जन के हृदय में विशेष स्थान दिलाया है। आज जांजगीर चांपा जिले में आगमन के दौरान हेलीपेड पर ऐसा ही एक क्षण सामने आया, जब मुख्यमंत्री ने नन्ही बच्ची सृष्टि को गोद में उठाकर स्नेह से दुलारा।

    किसान श्री योगेंद्र पांडेय अपनी तीन वर्षीय पुत्री सुश्री सृष्टि पांडेय को लेकर ग्राम भणेसर से विशेष रूप से मुख्यमंत्री श्री साय से मिलने पहुंचे थे। जब मुख्यमंत्री श्री साय की दृष्टि मासूम बच्ची सृष्टि पर पड़ी, तो उन्होंने तुरंत आत्मीय मुस्कान के साथ निहारा और उसे स्नेह से अपनी गोद में उठा लिया। मुख्यमंत्री से मिलकर नन्ही सृष्टि की आँखों में जो चमक थी, वह पूरे वातावरण को आत्मीयता से भर गई।

    सृष्टि के पिता श्री योगेंद्र पांडेय ने भावुक होकर बताया कि मुख्यमंत्री जी के आने की खबर सुनकर मैंने तय किया कि अपनी बेटी को उनसे मिलवाऊँगा। जब मुख्यमंत्री जी ने उसे गोद में उठाया, तो हमारी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। मेरी बेटी और हम दोनों के लिए यह पल हमारे जीवन की सबसे अनमोल स्मृति बन गई है जो जीवन भर याद रहेगी।

    सुश्री सृष्टि, जो वर्तमान में नर्सरी कक्षा की छात्रा हैं, अपने पिता के साथ मुख्यमंत्री श्री साय को देखने के लिए अत्यंत उत्साह के साथ पहुंची थीं। उनका परिवार एक साधारण किसान परिवार है, जिसमें माता-पिता, दादा-दादी और सृष्टि स्वयं शामिल हैं।

  • मुख्यमंत्री साय से बुनकर समाज के प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य भेंट

    मुख्यमंत्री साय से बुनकर समाज के प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य भेंट

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 :राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ बुनकर समाज के प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से सौजन्य भेंट की।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने सभी प्रतिनिधियों का आत्मीय स्वागत करते हुए उन्हें राष्ट्रीय हथकरघा दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दीं। मुख्यमंत्री ने बुनकर समाज की सराहना करते हुए कहा कि हथकरघा कला हमारी समृद्ध विरासत है, जो प्रदेश को एक विशिष्ट पहचान दिलाती है और हमारी सांस्कृतिक अस्मिता को सशक्त बनाती है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का बुनकर समाज अपने श्रम, कौशल और रचनात्मकता के माध्यम से राज्य का गौरव बढ़ा रहा है।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार बुनकरों की समृद्धि, सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता के लिए बहुआयामी प्रयास कर रही है। कच्चा माल सुलभ कराने से लेकर लागत कम करने और विपणन की बेहतर सुविधाएँ प्रदान करने तक, हर मोर्चे पर योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बुनकरों की आत्मनिर्भरता ही उनकी रचनात्मक उड़ान को नई ऊँचाई दे सकती है।

    प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए “वोकल फॉर लोकल” के मंत्र का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह समय हमारे पारंपरिक उत्पादों और हुनर को प्रोत्साहन देने का है। हथकरघा उद्योग केवल आजीविका का माध्यम नहीं, बल्कि सांस्कृतिक चेतना का जीवंत प्रतीक है, जिसे बुनकर समाज आज भी सहेजे हुए है।

    इस अवसर पर समाज के सदस्यों ने मुख्यमंत्री को बुनकरों द्वारा निर्मित करघा (कपड़ा बुनने की पारंपरिक मशीन) की प्रतिकृति भेंट की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी यह भेंट न केवल आपके सम्मान और भावनाओं का प्रतीक है, बल्कि सृजन, परंपरा और हमारे प्रदेश के सांस्कृतिक मूल्यों का भी प्रतीक है।

    मुख्यमंत्री श्री साय ने आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ सरकार बुनकर समाज के हर संभव सहयोग के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है और उनके सर्वांगीण विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने कहा कि आने वाला समय बुनकरों के सम्मान, समृद्धि और सशक्तिकरण का होगा।

    इस अवसर पर बुनकर समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री महेश देवांगन, श्री पुरुषोत्तम देवांगन, श्री धनेश देवांगन, श्री गजेंद्र देवांगन सहित अन्य वरिष्ठ सदस्य उपस्थित थे।

  • मुख्यमंत्री साय की घोषणा हुई साकार, हाई मास्ट लाइट से रोशन हुआ बल्दाकछार

    मुख्यमंत्री साय की घोषणा हुई साकार, हाई मास्ट लाइट से रोशन हुआ बल्दाकछार

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य में सुशासन तिहार का तीसरा चरण सकारात्मक बदलावों का प्रतीक बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय की घोषणाओं को अमलीजामा पहनाने कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में बलौदाबाजार जिला प्रशासन द्वारा समयबद्ध कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है।

    इसी क्रम में मुख्यमंत्री की घोषणा पर वनांचल क्षेत्र में बसा विशेष पिछडी जनजाति कमार बाहुल्य ग्राम बल्दाकछार में क्रेड़ा द्वारा सोलर हाई मास्ट लाईट लगाने का काम पूरा किया गया है। अब बल्दाकछार के लोगों को रात में भी दिन के उजाले का अहसास हो रहा है। गांव में ऐसी प्रकाश व्यवस्था होने पर ग्रामीणों ने मुक्त कंठ से प्रशंसा की और शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया है।

    गौरतलब है कि सुशासन तिहार अंतर्गत मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आकस्मिक निरीक्षण में विकासखंड कसडोल के ग्राम बल्दाकछार पहुंचे थे। यहां ग्रामीणों से रूबरू होने के दौरान ग्रामीणों ने गांव में अंधेरे की समस्या को लेकर हाई मास्ट लाइट लगाए जाने की मांग की थी। मुख्यमंत्री श्री साय ने ग्रामीणों की मांग को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आवश्यक निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री के निर्देश पर क्रेडा विभाग द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए ग्रामीणों की सहमति पर गांव के गुड़ी चौक एवं कमारपारा में सोलर सयंत्रयुक्त हाई मास्ट लाइट स्थापित कर दी गई है। अब गुड़ी चौक और कमारपारा क्षेत्र रात्रि में भी पूरी तरह रोशन हो गए हैं, जिससे ग्रामीणों को सुरक्षा एवं आवागमन में सुविधा मिली है।

    क्रेडा विभाग के इंजीनियर ने बताया कि हाई मास्ट लाइट की स्थापना हेतु स्थल चयन ग्राम सरपंच एवं स्थानीय ग्रामीणों के साथ संयुक्त रूप से किया गया। चयन के उपरांत गुड़ी चौक एवं कमारपारा में हाई मास्ट संयंत्र सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया है। राज्य सरकार की सुशासन तिहार जैसी पहल यह सिद्ध करती हैं कि जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक तंत्र की सजगता से जनसमस्याओं का त्वरित समाधान संभव है। ग्राम बल्दाकछार में अंधेरे से प्रकाश की ओर यह बदलाव, शासन की संवेदनशीलता और कार्यकुशलता का प्रत्यक्ष उदाहरण है।

  • स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बीजापुर के भैरमगढ़ स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण

    स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बीजापुर के भैरमगढ़ स्वास्थ्य केंद्र का किया निरीक्षण

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 : छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल तीन दिवसीय बस्तर संभाग के दौरे पर हैं। इस दौरान श्री जायसवाल ने बीजापुर जिले के भैरमगढ़ ब्लॉक स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर जांगला का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की समीक्षा की तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैरमगढ़ को 100 बिस्तर अस्पताल बनाने की घोषणा की।

    इस अवसर पर श्री जायसवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य स्वास्थ्य केन्द्र भैरमगढ़ में ष्निक्षय मित्रष् योजना के तहत टीबी मरीजों को पोषण युक्त फूड बास्केट वितरित कर समय पर नियमित रूप से दवाई सेवन करने की समझाइस दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए राज्य सरकार सतत् प्रयासरत है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा बीजापुर के जांगला में प्रारंभ की गई आयुष्मान भारत योजना का लाभ अब पूरे देश में और सुदूर क्षेत्रों तक पहुँच रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने जांगला में ष्एक पेड़ मां के नामष् अभियान के तहत वृक्षारोपण किया और जांगला के आयुष्मान आरोग्य मंदिर के निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ नागरिकों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड का वितरण भी किया । उन्होंने जांगला ष्आयुष्मान आरोग्य मंदिरष् को एक मॉडल हेल्थ सेंटर के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए तथा उसके भवन की मरम्मत के लिए आवश्यक स्वीकृति प्रदान की।

    निरीक्षण के दौरान सीजीएमएससी के चेयरमैन श्री दीपक म्हस्के, स्वास्थ्य विभाग के सचिव श्री अमित कटारिया, आयुक्त सह संचालक स्वास्थ्य विभाग डॉ. प्रियंका शुक्ला, कलेक्टर श्री संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र यादव, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे सहित वरिष्ठ अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी नागरिकों को समय पर उचित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलनी चाहिए।

  • स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बीजापुर में औचक निरीक्षणों से जांची विभागीय काम की हकीकत

    स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बीजापुर में औचक निरीक्षणों से जांची विभागीय काम की हकीकत

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 : स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बस्तर संभाग के तीन दिवसीय प्रवास के दौरान बीजापुर जिले में जिला अस्पताल सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भैरमगढ़, आयुष्मान आरोग्य मंदिर जांगला एवं बालिका पोटा केबिन नैमेड़ का औचक निरीक्षण किया।श्री जायसवाल ने जिला अस्पताल बीजापुर के उमंग मातृ-शिशु संस्थान एमसीएच सहित विभिन्न वार्डाे का निरीक्षण कर मरीजों से अस्पताल में मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधा, भोजन, इत्यादि की जानकारी ली। इस दौरान जिला अस्पताल में कार्यरत वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर बीजापुर जिले में मलेरिया के बढ़ते प्रकोप पर चिंता व्यक्त करते हुए मलेरिया मुक्त बीजापुर बनाने के लिए धरातल पर अधिक मेहनत करने के निर्देश दिए।

    स्वास्थ्य मंत्री ने बीजापुर में मलेरिया खत्म करने के लिए डोर-टू डोर मलेरिया जांच एवं धनात्मक मरीजों का उपचार तथा उपचार के दौरान मरीजों को दवाईयों का सेवन कराना सुनिश्चित हो इसके लिए आवश्यक मार्गदर्शन भी दिए। वहीं एनिमिया तथा कुपोषण में कमी लाने के लिए गर्भवती माताओं एवं आवासीय विद्यालयों में नियमित रूप से अण्डा वितरण कराए जाने के निर्देश दिए।

    उन्होंने जिले के सुदूर क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्राथमिकता के साथ उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही एम्बुलेंस की पहुंच सुनिश्चित करने एवं सुचारू रूप से संचालन तथा बाईक एबुलेंस को पुनः संचालित कर सुदूर क्षेत्रों में एंबुलेस की पहुंच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बजट में स्वीकृत नवीन 220 बेडेड जिला अस्पताल एवं नर्सिंग कॉलेज का निर्माण हेतु स्थल चयन करने तथा जिला स्तर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भर्ती हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

    इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री के साथ सीजीएमएससी के चेयनमैन श्री दीपक म्हस्के, स्वास्थ्य सचिव श्री अमित कटारिया, कलेक्टर श्री संबित मिश्रा एवं सीईओ जिला पंचायत श्रीमती नम्रता चौबे सहित स्वास्थ्य विभाग अधिकारीगण एवं विशेषज्ञ मौजूद थे।

  • मध्य भारत के किसी भी सरकारी अस्पताल में पहली बार पाईपेक पद्धति के तीन सेशन के जरिये कैंसर रोगी का सफल उपचार

    मध्य भारत के किसी भी सरकारी अस्पताल में पहली बार पाईपेक पद्धति के तीन सेशन के जरिये कैंसर रोगी का सफल उपचार

    रायपुर, 7 अगस्त 2025 :पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित सर्जिकल आंकोलॉजी विभाग ( क्षेत्रीय कैंसर संस्थान) के डॉक्टरों ने पेट की झिल्ली के कैंसर (Peritoneal Carcinomatosis) के इलाज में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यहां पेट की झिल्ली के कैंसर से पीड़ित एक 54 वर्षीय महिला मरीज का पाईपेक (PIPAC : Pressurized Intraperitoneal Aerosol Chemotherapy) तकनीक से उपचार किया गया, जिसमें मरीज ने सफलतापूर्वक तीन सत्र पूरे किए। यह मध्य भारत के किसी भी सरकारी संस्थान में इस प्रक्रिया का पहला सफल उदाहरण माना जा रहा है।

    क्षेत्रीय कैंसर संस्थान के डॉ. आशुतोष गुप्ता के अनुसार पाईपेक एक नवीन और उन्नत तकनीक है जिसमें कीमोथैरेपी की दवा को अत्यंत सूक्ष्म कणों में एयरोसोल के रूप में पेट की गुहा में दबाव के साथ डाला जाता है। इससे दवा सीधे कैंसर कोशिकाओं तक पहुँचती है और पूरे शरीर में फैलने वाले दुष्प्रभावों से भी बचा जा सकता है। इस प्रक्रिया में केवल दो छोटे- छोटे छेदों से दवा पहुंचाई जाती है, जिससे पारंपरिक सर्जरी की तुलना में मरीज को ज्यादा आराम मिलता है।

    यह प्रक्रिया उन मरीजों के लिए उपयोगी साबित होती है जिनमें सामान्य कीमोथैरेपी या सर्जरी कारगर नहीं होती। शोध के अनुसार, पाईपेक से उपचार प्राप्त करने वाले 60-80% मरीजों में सुधार देखा गया है।

    उल्लेखनीय है कि इस प्रक्रिया से अधिकांश मरीज एक से अधिक सत्र नहीं ले पाते, क्योंकि मरीज का चयन, उपचार के बाद होने वाली देखरेख, पोस्ट ऑपरेटिव केयर ठीक ढंग से नहीं होने पर उपचार के बाद जटिलता होने की संभावना बनी रहती है लेकिन पं. नेहरू स्मृति चिकित्सालय के कैंसर रोग विभाग में इलाज करा रहे मरीज ने तीनों सत्र पूरे कर लिए और वर्तमान में उनकी स्थिति स्थिर है तथा वे सामान्य जीवन जी रही हैं।

    चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर के डीन डॉ. विवेक चौधरी ने कहा है कि यह सफलता आंकोसर्जरी विभाग के चिकित्सकों की टीम की अनुभवशीलता, सूझबूझ और अत्याधुनिक तकनीकों के समुचित उपयोग का परिणाम है। विभाग की यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ ही नहीं, बल्कि पूरे मध्य भारत के कैंसर रोगियों के लिए आशा की एक नई किरण है।

    मेडिकल कालेज रायपुर से संबद्ध डॉ भीमराव अम्बेडकर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. संतोष सोनकर ने कहा है कि पेट की झिल्ली के बढ़े हुए कैंसर में पाईपेक पद्धति से कीमोथैरेपी का तीन बार सफल प्रयोग न केवल इस संस्थान की उपलब्धि को दर्शाता है, वरन् इस प्रकार के कैंसर के अन्य मरीजों के लिए एक उम्मीद भी जगाती है। सफलतापूर्वक तीन सेशन होना मध्य भारत में हमको अग्रणी चिकित्सा संस्थान के रूप में दर्ज करता है।

    उपचार के महत्वपूर्ण तथ्य

    पाईपेक में कीमोथैरेपी दवा को एयरोसोल (fine mist) के रूप में पेट की गुहा (Peritoneal cavity) में डाला जाता है। इस प्रक्रिया का प्रयोग उन कैंसर के मरीजों में लाभ देता है, जहां सामान्य शल्य चिकित्सा, सामान्य कीमोथेरेपी सक्षम नहीं होती या जिनकी बीमारी बढे़ हुए स्तर की होती है। यह उन्नत पेट के कैंसर जैसे कि कोलन, अंडाशय और पेरीटोनियल मेटास्टेसिस में उपयोगी पाई गई है। यह एक अनुसंधानात्मक/उन्नत विधि है जो सीमित सेंटरों पर उपलब्ध होती है।

    देश में यह प्रक्रिया कुछ निजी व उच्चतर शासकीय संस्थानों (जैसे एम्स दिल्ली, टाटा मेमोरियल मुंबई) में प्रारंभ हुई थी। वर्तमान में पं.नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर ने यह प्रक्रिया पूर्ण की है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है।

  • छत्तीसगढ़ संवाद व जनसंपर्क विभाग की कार्यप्रणाली ने महाराष्ट्र के अधिकारियों को किया प्रभावित

    छत्तीसगढ़ संवाद व जनसंपर्क विभाग की कार्यप्रणाली ने महाराष्ट्र के अधिकारियों को किया प्रभावित

    सूचना-प्रसार की दिशा में छत्तीसगढ़ बना रोल मॉडल

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 : महाराष्ट्र सरकार के जनसंपर्क एवं सूचना विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का एक अध्ययन दल 5 से 7 अगस्त 2025 तक तीन दिवसीय दौरे पर छत्तीसगढ़ में प्रवास पर रहा। इस दौरे का उद्देश्य छत्तीसगढ़ शासन द्वारा सूचना, जनसंपर्क और शासकीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में किए जा रहे नवीनतम नवाचारों और प्रभावी कार्यप्रणालियों का प्रत्यक्ष अवलोकन एवं अध्ययन करना था।

    अध्ययन दल में महाराष्ट्र शासन की उप सचिव श्रीमती समृद्धि अंगोलकर, निदेशक श्री किशोर गंगरडे सहित कुल छह वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। दल ने छत्तीसगढ़ शासन के जनसंपर्क विभाग एवं उसकी सहायक संस्था छत्तीसगढ़ संवाद की संपूर्ण कार्यप्रणाली का अध्ययन किया।

    भ्रमण के दौरान अधिकारियों ने ई-न्यूज़ क्लिपिंग, ई-आरओ सिस्टम, ई-पब्लिकेशन, पत्रकार अधिमान्यता प्रणाली, तथा पत्रकारों के कल्याण हेतु संचालित योजनाओं का गहन अध्ययन किया। इसके साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ संवाद की संगठनात्मक संरचना, संचालन तंत्र तथा तकनीकी नवाचारों के विभिन्न पहलुओं की विस्तृत जानकारी भी प्राप्त की।

    इस अवसर पर अध्ययन दल ने जनसंपर्क विभाग के आयुक्त डॉ. रवि मित्तल से सौजन्य मुलाकात की। जनसंपर्क आयुक्त डॉ. मित्तल ने कहा कि छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग का यह सतत प्रयास रहा है कि शासकीय योजनाओं और जनहितकारी नीतियों की जानकारी आम जनता तक त्वरित, पारदर्शी और प्रभावशाली ढंग से पहुँचे। सूचना के क्षेत्र में तकनीक और मानवीय दृष्टिकोण के संतुलित समावेशन ने हमारी कार्यप्रणाली को विशिष्ट बनाया है। यह हमारे लिए प्रसन्नता की बात है कि अन्य राज्य भी हमारे नवाचारों में रुचि ले रहे हैं। यह अनुभव-साझाकरण एक सकारात्मक और रचनात्मक दिशा में उठाया गया कदम है।

    अध्ययन दल ने इंद्रावती भवन स्थित जनसंपर्क संचालनालय एवं छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय का भ्रमण कर विभिन्न शाखाओं के संचालन का प्रत्यक्ष अवलोकन किया और विभाग की प्रमुख गतिविधियों को निकट से जाना।

    अपर संचालक श्री जे.एल. दरियो, श्री उमेश मिश्रा एवं श्री संजीव तिवारी ने अध्ययन दल को विभाग की प्रमुख गतिविधियों, कार्यप्रणाली और तकनीकी अनुप्रयोगों की जानकारी विस्तार से प्रदान की।महाराष्ट्र से आए अध्ययन दल के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सूचना एवं जनसंपर्क के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों की सराहना करते हुए उन्हें अपने राज्य में भी लागू करने की संभावनाओं में गहरी रुचि जताई।

    इस अवसर पर जनसंपर्क विभाग और छत्तीसगढ़ संवाद के विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित थे।

  • महासमुन्द जिले के 1 लाख 40 हज़ार उपभोक्ताओं को हॉफ बिजली बिल योजना में संशोधन से बड़ी राहत

    महासमुन्द जिले के 1 लाख 40 हज़ार उपभोक्ताओं को हॉफ बिजली बिल योजना में संशोधन से बड़ी राहत

    रायपुर 07 अगस्त 2025 :छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा घरेलू उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से हॉफ बिजली बिल योजना में संशोधन किया गया है। अब इस योजना के तहत 100 यूनिट तक की मासिक खपत पर 50 प्रतिशत की रियायत दी जाएगी। यह संशोधन राज्य सरकार की आम जनता को महंगाई से राहत देने और ऊर्जा के किफायती उपयोग को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। महासमुन्द जिले में इस योजना से लगभग 1 लाख 40 हजार 393 सामान्य और कमजोर वर्ग के उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा।

    जिले के 56 हजार 501 बीपीएल परिवारों को पूर्व की तरह 30 यूनिट तक मुफ्त बिजली की सुविधा जारी रहेगी। ये परिवार हॉफ बिजली बिल योजना के अन्य लाभों के भी पात्र बने रहेंगे। इस योजना से विशेष रूप से ग्रामीण एवं निम्न आय वर्ग के उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। इसके समानांतर, प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना को भी जिले में प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है। इस योजना के तहत रूफटॉप सोलर प्लांट लगाने पर अधिकतम 1,08,000 रूपए तक की सब्सिडी प्रदान की जा रही है।

    इसमें एक किलोवॉट के सोलर प्लांट पर कुल 45 हजार रूपए सब्सिडी दी जाएगी। इसी प्रकार 2 किलोवॉट प्लांट पर 90 हज़ार और 3 किलोवॉट प्लांट पर 1 लाख 8 हज़ार रुपये तक की सब्सिडी का प्रावधान है, जिसमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का साझा योगदान शामिल है। इसके लिए उपभोक्ताओं को बैंक ऋण की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है, जिसमें 6.3 प्रतिशत से 6.5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज दर पर आसान दस्तावेजों के साथ ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया अपनाई गई है।

    अब तक जिले में 2,759 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जिनमें से 2,006 उपभोक्ताओं ने वेंडर का चयन कर लिया है। 319 घरों में सौर प्लांट स्थापित कर निरीक्षण कार्य पूर्ण किया जा चुका है और 230 उपभोक्ताओं को सब्सिडी की राशि का भुगतान भी किया जा चुका है। बाजार में 3 किलोवॉट के सोलर प्लांट की कीमत लगभग 1 लाख 80 हज़ार रुपये से 2 लाख 10 हज़ार रुपये तक है, जिसमें सब्सिडी घटाकर शेष राशि उपभोक्ताओं द्वारा वहन की जाती है।

    विशेषज्ञों के अनुसार 2 किलोवॉट या उससे अधिक क्षमता वाले सोलर प्लांट से प्रति माह औसतन 240 यूनिट बिजली का उत्पादन किया जा सकता है, जो कि पूर्ववर्ती हॉफ बिजली योजना के तहत मिलने वाली अधिकतम छूट (400 यूनिट खपत पर 200 यूनिट की रियायत) से भी अधिक लाभकारी है। इसके माध्यम से उपभोक्ता न केवल अपनी बिजली की जरूरतें पूरी कर सकते हैं, बल्कि अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेच आय अर्जित भी कर सकते हैं। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार स्वच्छ ऊर्जा, आर्थिक बचत, ऊर्जा आत्मनिर्भरता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में ठोस पहल कर रही है।

    उपभोक्ताओं को सभी सेवाएं पूरी तरह ऑनलाइन माध्यम से प्रदान की जा रही हैं। आवेदन और अधिक जानकारी के लिए उपभोक्ता ीजजचेरूध्ध्चउेनतलंहींतण्हवअण्पद पोर्टल, पीएम सूर्यघर मोबाइल ऐप, सीएसपीडीसीएल की वेबसाइट, मोर बिजली ऐप अथवा टोल फ्री नंबर 1912 के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं। इच्छुक उपभोक्ता सोलर पावर प्लांट हेतु ऑनलाइन वेंडर चयन भी स्वयं कर सकते हैं। सब्सिडी की राशि सीधे उपभोक्ता के खाते में अथवा बैंक खाते में जमा की जाएगी। राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और हरित, उज्ज्वल एवं आत्मनिर्भर ऊर्जा भविष्य की दिशा में अपना योगदान दें।

  • हर घर तिरंगा अभियान के तहत बिहान दीदियों ने लगाया बिलासपुर में स्वदेशी उत्पादों का तिरंगा बाजार

    हर घर तिरंगा अभियान के तहत बिहान दीदियों ने लगाया बिलासपुर में स्वदेशी उत्पादों का तिरंगा बाजार

    रायपुर, 07 अगस्त 2025 : हर घर तिरंगा अभियान के अंतर्गत जिला पंचायत परिसर, बिलासपुर में बिहान स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा तीन दिवसीय प्रदर्शनी सह विक्रय केंद्र का आयोजन किया गया है। इस विशेष तिरंगा बाजार में दीदियों द्वारा तैयार किए गए स्वदेशी उत्पादों की बिक्री की जा रही है, जिसमें तिरंगा, राखियां, पूजन सामग्री, तिरंगा जैकेट, अगरबत्ती, सजावटी सामान, अचार, पापड़ जैसी घरेलू वस्तुएं शामिल हैं।

    इस पंडाल का उद्घाटन जिला पंचायत अध्यक्ष बिलासपुर और कलेक्टर ने किया। दोनों अधिकारियों ने स्टॉल पहुंचकर राखियां और पूजन सामग्री की खरीदारी कर दीदियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने महिलाओं से उनके कार्य और उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली और इस प्रयास को आजिविका संवर्धन की दिशा में सराहनीय पहल बताया। पहले ही दिन दीदियों ने लगभग 20 हज़ार रुपये का कारोबार किया।

    स्टॉल 8 अगस्त तक आम लोगों के लिए खुले रहेंगे। उन्होंने शहरवासियों से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में आकर दीदियों द्वारा बनाए गए स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी करें और ष्हर घर तिरंगाष् अभियान को सफल बनाएं। इन स्टॉलों के माध्यम से दीदियां न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हो रही हैं, बल्कि हर घर तिरंगा और हर घर स्वच्छता का संदेश भी जन-जन तक पहुँचा रही हैं।

  • युक्तियुक्तकरण नीति से बदली स्कूल की तस्वीर, खुशबू जैसे बच्चों को मिला सीखने का सुनहरा अवसर

    युक्तियुक्तकरण नीति से बदली स्कूल की तस्वीर, खुशबू जैसे बच्चों को मिला सीखने का सुनहरा अवसर

    रायपुर : राज्य शासन द्वारा प्रारंभ की गई शैक्षणिक युक्तियुक्तकरण नीति का असर अब सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। दुर्ग जिले के धमधा विकासखंड के ग्राम तुमाखुर्द स्थित सरकारी प्राथमिक शाला में हाल ही तक एकमात्र शिक्षक के भरोसे स्कूल संचालित हो रहा था। विद्यालय में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं संचालित थी, लेकिन शिक्षक की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी।

    एक ही शिक्षक के भरोसे पांचों कक्षाओं का संचालन असंभव था। बच्चों की पढ़ाई नियमित नहीं हो पाती थी और धीरे-धीरे उपस्थिति भी घटने लगी थी। परिजनों की चिंता बढ़ती जा रही थी, खासकर खुशबू जैसी छात्राओं के माता-पिता बेहद चिंतित थे, जो अपनी बच्ची को पढ़ाना चाहते थे लेकिन हालात साथ नहीं दे रहे थे।

    ऐसे में शिक्षा विभाग द्वारा युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत इस विद्यालय में एक योग्य शिक्षक की पदस्थापना की गई, जिसने विद्यालय की तस्वीर ही बदल दी। अब बच्चों को नियमित कक्षाएँ, खेल, कविताएं और कहानियों के माध्यम से पढ़ाई का आनंद मिल रहा है। खुशबू बताती है कि अब स्कूल आना अच्छा लगता है, नई-नई चीजें सीखने को मिलती हैं और शिक्षक ढेर सारे खेल-कविताएं सिखाते हैं।

    बदलते माहौल का असर बच्चों की उपस्थिति पर भी पड़ा है। अब यहां शत-प्रतिशत उपस्थिति देखी जा रही है। शिक्षक के समर्पण और बच्चों की जिज्ञासा ने मिलकर विद्यालय में एक नया उत्साह और उमंग भर दिया है। जो स्कूल कभी वीरान सा लगता था, वहां अब बच्चों की किलकारियां और सीखने की चहल-पहल साफ झलक रही है।

    अभिभावकों को भी अब भरोसा है कि उनके बच्चों को गुणवत्तापूर्ण और नियमित शिक्षा मिल रही है। राज्य शासन की यह नीति केवल शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की पुनर्रचना नहीं, बल्कि ग्रामीण शिक्षा प्रणाली को मजबूती देने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है। खुशबू जैसी नन्हीं छात्राओं की मुस्कान इस बात की गवाही दे रही है कि शिक्षा अब हर गांव और हर बच्चे तक पहुँच रही है।

  • शाहजहांपुर में त्योहारों से पहले एसपी ने की पैदल गश्त, सुरक्षा का दिया भरोसा

    शाहजहांपुर में त्योहारों से पहले एसपी ने की पैदल गश्त, सुरक्षा का दिया भरोसा

    शाहजहांपुर 07 अगस्त 2025(SHABD): शाहजहांपुर में आगामी त्योहारों को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बुधवार को थाना सदर बाजार क्षेत्र में पैदल गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने आमजन से संवाद कर शांति व सौहार्द बनाए रखने की अपील की।

    एसपी ने दुकानदारों से सीसीटीवी कैमरे लगाने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को देने को कहा। पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है और शांति भंग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

  • अयोध्या में भारी बारिश से बिगड़े हालात

    अयोध्या में भारी बारिश से बिगड़े हालात

    अयोध्या 07 अगस्त 2025(SHABD): नेपाल और तराई के पहाड़ी इलाकों में हो रही भारी बारिश के कारण अयोध्या में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 18 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। बीती रात 4 लाख 80 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदी का जलस्तर और बढ़ गया।

    अयोध्या के रुदौली, सोहावल और सफा तहसीलों के 18 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं, जहां बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं। सरयू का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। 10 अगस्त तक नौकायन पर प्रतिबंध और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान की सलाह दी जा रही है।

  • प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर कम होने से बाढ़ पीड़ितों को मिली राहत

    प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों का जलस्तर कम होने से बाढ़ पीड़ितों को मिली राहत

    प्रयागराज 07 अगस्त 2025(SHABD): प्रदेश के प्रयागराज में गंगा और यमुना ने रौद्र रूप धारण किया था जो अब धीरे धीरे कम हो गया है, जिससे बाढ़ पीड़ितों को कुछ राहत मिली है। सोमवार से गंगा यमुना दोनों नदियां स्थिर हैं। बता दें कि प्रयागराज और कौशांबी में 250 से अधिक गांव और मोहल्ले बाढ़ की चपेट में आ गए थे, इनमें ज्यादातर गांव-मोहल्ले प्रयागराज के हैं।

    खतरे का निशान 84.734 मीटर पार करने के बाद गंगा और यमुना का जलस्तर 86 मीटर के पार पहुंच गया है। बाढ़ पीड़ित लोगों ने बताया कि हम लोगों को दवा, भोजन और रहने की व्‍यवस्‍था की गई है। बाइट- मनीष कुमार वर्मा, डीएम, प्रयागराज बाइट- बाढ़ पीड़ित

  • रांची और जमशेदपुर में जीएसटी घोटाले को लेकर ईडी की दबिश

    रांची और जमशेदपुर में जीएसटी घोटाले को लेकर ईडी की दबिश

    रांची और जमशेदपुर में जीएसटी घोटाले को लेकर ईडी की दबिश, आठ ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई जारी।

    रांची 07 अगस्त 2025(SHABD): जीएसटी ईडी रेड, रांची प्रवर्तन निदेशालय ने 750 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाले में दूसरे दौर की छापामारी शुरू की है। ईडी ने आज सुबह रांची और जमशेदपुर में जीएसटी घोटाले से जुड़े लोगों के ठिकानों पर छापा मारा है। जीएसटी घोटाले से जुड़े दूसरे दौर की छापेमारी में शिव कुमार देवड़ा के गिरोह से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है।

    फ़िलहाल आठ ठिकानों पर ईडी रेड की सूचना है। रांची में भी ईडी की टीम एक साथ छह अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी करने पहुंची है। ईडी की एक टीम पीपी कंपाउंड स्थित कृष्णा अपार्टमेंट के चौथे फ्लोर पर स्थित क्रीट ठक्कर के फ्लैट के अलावा अन्य आठ जगहों की तलाशी ले रही है।

  • सुरक्षा बल के जवानों ने विस्फोटकों का जखीरा किया बरामद

    सुरक्षा बल के जवानों ने विस्फोटकों का जखीरा किया बरामद

    सुरक्षा बल के जवानों ने सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम के सीमावर्ती पहाड़ी इलाकों में चलाया सर्च अभियान, विस्फोटकों का जखीरा बरामद

    रांची 07 अगस्त 2025(SHABD): नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। सुरक्षा बलों ने सर्च अभियान के दौरान सरायकेला खरसावां और पश्चिमी सिंहभूम के सीमावर्ती पहाड़ी इलाकों में विस्फोटकों का जखीरा बरामद किया है। तलाशी अभियान के दौरान विभिन्न आकार और वजन के लगभग पैंतालीस किलोग्राम आईआईडी बरामद किये गये, जिन्हें बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया।

  • सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में भारतीय संस्कृति और हिन्दी भाषा की आठ दिवसीय कार्यशाला

    सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में भारतीय संस्कृति और हिन्दी भाषा की आठ दिवसीय कार्यशाला

    सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में भारतीय संस्कृति और हिन्दी भाषा की आठ दिवसीय कार्यशाला, हुकांक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर यि यूंग ली और प्रोफेसर कोह की हिन्दी भाषा के शब्दों के उच्चारण की हुई सराहना।

    रांची 07 अगस्त 2025(SHABD): रांची के सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड में में 8 दिवसीय भारतीय भाषा और संस्कृति प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन जलयोद्धा पद्मश्री उमा शंकर पांडेय, पत्रकार हर्ष वर्धन त्रिपाठी, कोरिया के प्रोफेसर यि यूंग ली और प्रोफेसर कोह ते जिन और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास ने संयुक्त रूप से किया। मुख्य अतिथि जल योद्धा पद्मश्री उमा शंकर पांडेय ने झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के कोरियन इंजीनियरों की ट्रेनिंग के इस पहल की सराहना की।

    उन्होंने कुलपति क्षिति भूषण दास को झारखंड को विश्व पटल पर रखने के लिए साधुवाद दिया और विश्वविद्यालय को जल के क्षेत्र में कार्य करने की अपील की। उन्होंने अपने विशेष उद्बोधन में जल के संरक्षण की बात रखी और मानव जीवन में उसकी अहमियत पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि पत्रकार सह विश्लेषक श्री हर्ष वर्धन त्रिपाठी ने भी इस एक्सचेंज प्रोग्राम की सराहना की।

    उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया के सैमसंग का झारखंड राज्य के केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ ये सांस्कृतिक संवाद असली भारत के साथ जोड़ता है। उन्होंने कहा कि दो देशों के बीच भाषायी और सांस्कृतिक संबंध जोड़ने का यह एक सराहनीय पहल है। उन्होंने अपने विशेष उद्बोधन में भारत को सही मायने में 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में सबकी भूमिका पर अपना जोरदार विचार रखा, जिसमें उन्होंने महान विभूतियों के जीवन से प्रेरणा लेकर विद्यार्थियों को प्रेरित किया।

    विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. क्षिति भूषण दास ने दक्षिण कोरिया जैसे मित्र देश के साथ इस प्रगाढ़ता और दोनों देशों की संस्कृति और भाषा के आदान – प्रदान में सीयूजे की भूमिका के बारे में सभी अतिथियों को अवगत कराया। उन्होंने सीयूजे को अंतरराष्ट्रीय पटल पर ले जाने के अपने संकल्प को दोहराया। कार्यक्रम में हांकुक विश्वविद्यालय के प्रो. यि यूंग ली एवं प्रो. कोह ते जिन ने हिंदी भाषा के विस्तृत ज्ञान को सबके सामने रखा और धाराप्रवाह शुद्ध उच्चारण के साथ हिंदी में बोलकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।

  • दरभंगा: कोसी नदी तटबंध पर तेज कटाव से दहशत में ग्रामीण

    दरभंगा: कोसी नदी तटबंध पर तेज कटाव से दहशत में ग्रामीण

    कोसी नदी में जलस्तर बढ़ने से किरतपुर में तटबंध पर तेज कटाव शुरू, कई घर खतरे में। प्रशासन ने कटाव रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई शुरू की। ग्रामीणों में दहशत।

    किरतपुर/दरभंगा , 07 August 2025(SHABD) : दरभंगा से लगभग 90 किलोमीटर दूर किरतपुर प्रखंड में कोसी नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से पश्चिमी कोसी तटबंध पर तेज कटाव शुरू हो गया है। इससे मलिक घर (वार्ड संख्या 04) तक के कई घर नदी की चपेट में आने लगे हैं। ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

    ग्रामीणों ने बताया कि कटाव की रफ्तार अचानक बढ़ गई है, जिससे कई मकान कोसी नदी में समा जाने की कगार पर पहुंच चुके हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए कटाव रोधी कार्य प्रारंभ कर दिया है।

    स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि कैलू सदा ने बताया कि प्रशासन को सूचना मिलते ही जेई, अंचलाधिकारी और स्थानीय विधायक को सूचित किया गया। इसके बाद तत्काल प्रभाव से कटाव रोकने के लिए कार्य शुरू कर दिया गया। उन्होंने कहा कि यदि समय पर कार्य प्रारंभ नहीं होता, तो जान-माल का भारी नुकसान हो सकता था।

    कैलू सदा, अमरजीत कुमार, छोटे यादव, अनिल यादव, आत्मा प्रसाद यादव, बैजू यादव, सोमन मलिक सहित कई ग्रामीणों के घर खतरे में हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से अपील की है कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुख्ता इंतजाम किए जाएं।

    ग्रामीणों ने समय पर कार्रवाई के लिए प्रशासन और सभी संबंधित अधिकारियों का आभार भी प्रकट किया है।

  • बक्सर डीएम ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का लिया जायजा

    बक्सर डीएम ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का लिया जायजा

    बिहार में चुनाव की तारीखों की औपचारिक घोषणा भले ही बाकी हो, लेकिन राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग ने तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है।

    बक्सर, 07 August 2025(SHABD) : बिहार में चुनाव की तारीखों की औपचारिक घोषणा भले ही बाकी हो, लेकिन राज्य सरकार और निर्वाचन आयोग ने तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसी क्रम में बक्सर जिलाधिकारी विद्यनंद सिंह ने आज स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया और EVM व VVPAT की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

    निरीक्षण के दौरान बक्सर एसपी भी उनके साथ मौजूद थे। जिलाधिकारी और एसपी ने संयुक्त रूप से स्ट्रांग रूम, ईवीएम और वीवीपैट हॉल की सुरक्षा व्यवस्थाओं का गहन परीक्षण किया।

    जिलाधिकारी ने बताया कि, “मैं चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के अनुसार जनरल रूटीन निरीक्षण के तहत यहां पहुंचा हूं। यह स्थल अति संवेदनशील है और इसकी सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला स्तर पर निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है।”

    उन्होंने यह भी कहा कि आयोग के निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है और सुरक्षा के सभी आवश्यक उपाय सुनिश्चित किए जा रहे हैं।

    गौरतलब है कि चुनाव परिणामों के बाद कई राजनीतिक दल ईवीएम और वीवीपैट की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते रहे हैं। ऐसे में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के तहत जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बेहद गंभीर है।