प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम धमतरी के दहदाह में जन जागरण यात्रा में शामिल हुये

कांग्रेस सरकार में  किसान, मजदूर गरीब सम्पन्न हो रहे हैं, तो बीजेपी को क्यों खटक रही है? – मोहन मरकाम

रायपुर/ 17 नवंबर 2021। मोदी सरकार के गलत नीतियों एवं बढ़ती महंगाई के विरोध में कांग्रेस का जन जागरण अभियान में। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम धमतरी के ग्राम दहदाह में शामिल हुए। इस दौरान माता शीतला माता के चरणों में शीश झुकाकर जन जागरण अभियान पदयात्रा का शुरुवात किये।पदयात्रा कुकुहा,भरदा होते हुए कुरूद पहुँची जहां सभा को सम्बोधित किये। पदयात्रा के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम पसरा लगाकर नड्डा मुर्रा चना बेच रहे बुजुर्ग महिला से नड्डा मुरा चना खरीदे एवं मोदी सरकार के दौरान बढ़ती महंगाई पर चर्चा किए रसोई गैस, खाद्य तेल दाल शक्कर कपड़ा दवाई के दाम बढ़ने के कारण बताये इस दौरान बुर्जुग महिला ने कहा कि महंगाई हा तो हमर कमर ला तोड़ दरीस।

सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मोदी भाजपा की सरकार के ऊपर जमकर बरसे उन्होंने पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर को उनका चेलेंज याद दिलाते हुए कहा कि अजय चंद्राकर कहते थे कांग्रेस सरकार अगर कर्ज माफ कर देगा तो में इस्तीफा दे दुंगा, आज छत्तीसगढ़ में 20 लाख किसानों का कर्ज माफ हो गया है। अब कुरूद के किसान जनता पुछ रही है कि अजय चन्द्रकार ने इस्तीफा क्यो नही दिया। अजय चंद्राकर ही नही बल्कि भाजपा नेताओं की आदत ही है चेलेंज कर वादा कर मुकर जाना नोटबन्दी के दौरान नरेंद्र मोदी ने नोटबन्दी विफल होने पर जनता जिस चौराहे पर बुलाएगी सजा देने आने का वादा किये थे आज तक जनता मोदी जी का चौराहे आने का इंतजार कर रही है। महंगाई से निजात पाना है तो बीजेपी को हराना होगा।उपचुनाव में हार के बाद पेट्रोल डीजल में आंशिक कमी किये है 5 राज्यो के चुनाव में हार के बाद महगांई खत्म हो जाएगी। मोदी सरकार को सबक सिखाना है क्योंकि हर व्यक्ति को बीजेपी कि सरकार ने जुमला व महंगाई कि सिवाये कुछ दिये ही नहीं है। मोदी जी ने चुनाव से पहले पेट्रोल,डीजल व महंगाई कम हुई कि नहीं ये बड़ी बड़ी चुनावी सभा में बोले थे जिस समय कांग्रेस के कार्यकाल में पेट्रोल डीजल कि किमत 60 रूपया था। आज 100 से ऊपर है कहा गये बीजेपी कि कार्यकर्ता कोई चौक चौराहों या मोदी जी फिर से  आम जनता से सभा में जा कर पुछे पेट्रोल डीजल कि कीमत कम हुई कि नहीं ये पुछे।