संसदीय सचिव विकास उपाध्याय कबीरपंथ के धर्मगुरु प्रकाशमुनी साहब की सुपुत्री के विवाह में सम्मिलित होने दामाखेड़ा पहुँचे

रायपुर। संसदीय सचिव एवं विधायक विकास उपाध्याय कबीरपंथी धर्मगुरु प्रकाशमुनी साहब की सुपुत्री के विवाह में विशेष रूप से सम्मिलित होने दामाखेड़ा पहुँच कर शुभकामनाएँ दी। विकास उपाध्याय ने कहा, कबीरपंथी धर्मगुरु प्रकाशमुनी कबीर पंथियों के पथ प्रदर्शक हैं और उन्होंने उन्हें अपनी पुत्री के विवाह में आमंत्रित कर जो सम्मान दिया है उसके लिए वे आभारी रहेंगे।

विकास उपाध्याय ने दामाखेड़ा पहुँचकर कहा कि यह स्थान कबीर पंथियों की धर्मस्थलीय है जहाँ देश दुनिया से श्रद्धालुगण दर्शन के लिए आते हैं। दामाखेड़ा कबीर पंथियों के आस्था का सबसे बड़ा केन्द्र माना गया है। कबीर के सत्य ज्ञान तथा मानवतावादी सिद्धांतों पर आधारित दामाखेड़ा में कबीर मठ की स्थापना 1903 में कबीर पंथ के बारहवें गुरु अग्रनाम साहब ने की थी, तब से दामाखेड़ा का नाम प्रसिद्ध है। उन्हें आज ऐसे धर्मगुरु प्रकाशमुनी साहब की सुपुत्री के विवाह में सम्मिलित होने का मौका मिला जो उनका सौभाग्य है। उन्होंने कहा, जिस तरह से प्रकाशमुनी साहब कबीर पंथियों में अलख जगा रहे हैं, निश्चित तौर पर उन पर भी उनका आशीर्वाद बना रहे यही उनकी कामना है। विकास उपाध्याय इस विवाह में काफी समय तक उपस्थित रहे एवं प्रकाशमुनी साहब का चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया एवं उनकी सुपुत्री से भेंट कर शुभकामनाएँ दी।