पोषण पुनर्वास केंद्रों में उचित देखभाल एवं पौष्टिक आहार से रेयांश एवं भद्राक्ष की लौटी मुस्कान

पोषण पुनर्वास केंद्रों में उचित देखभाल एवं पौष्टिक आहार से रेयांश एवं भद्राक्ष की लौटी मुस्कान’’भद्राक्ष को खड़े होने में भी थी दिक्कत, गंभीर कुपोषण से आये बाहर, एनआरसी में मिली बेहतर सुविधा और आहार से सेहत में सुधार’
कोरिया 17 मई 2022/जिले में कुपोषण मुक्ति के लिए किए जा रहे प्रयासों में पोषण पुनर्वास केंद्र नौनिहालों के लिए वरदान साबित हुए हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जनकपुर में स्थित पोषण पुनर्वास केंद्र में उचित देखभाल से मात्र 6 दिन में ही विकासखण्ड भरतपुर के ग्राम जनकपुर के रेयांश का वजन 8.500 किलोग्राम से 8.850 किलोग्राम हो गया। इस माह के शुरुआत में रेयांश को एनआरसी में भर्ती किया गया था और 01 सप्ताह के भीतर ही वजन सुधार हुआ। रेयांश की माता श्रीमती जनकलली ने बताया कि पोषण पुनर्वास केंद्र में अच्छी सुविधा, समय पर दवाइयों, पोषण आहार तथा चिकित्सकों के परामर्श से अब रेयांश के स्वास्थ्य में सुधार आया है। उन्होंने बताया कि भोजन में यहां पौष्टिक दलिया, सूजी, पोहा, खिचड़ी, दूध, अंडा, फल दिया जाता है तथा बच्चों के मनोरंजन के लिए खिलौने की भी व्यवस्था है।एनआरसी में बेहतर देखभाल, चिकित्सकीय परामर्श, दवाइयों तथा पोषण आहार से जिले में कुपोषण दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। जिले में 4 हजार 476 बच्चों ने अब तक कुपोषण के खिलाफ जंग में पोषण पुनर्वास केंद्र के माध्यम से जीत हासिल की है।
’उचित देखभाल एवं पौष्टिक आहार से भद्राक्ष की लौटी मुस्कान-’
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खड़गवां के पोषण पुनर्वास केंद्र में ग्राम कटकोना के भद्राक्ष का वजन केंद्र में आने के समय 7.500 किलोग्राम था जो मात्र 10 दिनों में बढ़कर 8.540 किलोग्राम हो गया। भद्राक्ष की माता ने बताया कि 24 अप्रैल को भद्राक्ष को एनआरसी में भर्ती किया गया। यहाँ आने से पहले वह अति गम्भीर कुपोषण की श्रेणी में था, जिसकी वजह से ठीक से खड़े होने में भी समस्या होती थी। लेकिन चिकित्सकों के देखभाल एवं दवाईयों के प्रभाव से उसके खानपान में सुधार आया है। उन्होंने बताया कि केंद्र में चिकित्सकों द्वारा घर पर खान-पान में रखे जाने वाली सावधानियों के बारे में भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी गयी है।
’जिले में 05 एनआरसी में कुपोषित बच्चों का हो रहा इलाज-’
वर्तमान में जिले में  कुल 05 पोषण पुनर्वास केन्द्रों में कुपोषित बच्चों को रखकर कुपोषण मुक्ति हेतु देखभाल किए जा रहे हैं। जिनमें जिला अस्पताल बैकुण्ठपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मनेन्द्रगढ़, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जनकपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सोनहत, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खड़गवां में पोषण पुनर्वास केंद्र संचालित हैं। इन केंद्रों में चिकित्सा विशेषज्ञों, प्रशिक्षित स्टाफ नर्स, फीडिंग डेमोस्ट्रेटर व कुक द्वारा चिकिसकीय सुविधा के साथ-साथ पोषण आहार व बेहतर वातावरण में 15 दिवस तक इलाज किया जाता है साथ ही शिशुओं के लिए 2 हजार 250 रुपए की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की जाती ळें