तनाव की नाव में ना चढ़े रक्तचाप रहेगा दुरुस्त-डॉ.वर्मा

रायपुर 17 मई 2022 । जिले में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय रायपुर में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा उच्च रक्तचाप जांच शिविर का आयोजन किया गया । इस शिविर का उद्देश्य फैकल्टी के साथ-साथ छात्रों की रक्तचाप की जांच और उन्हें समय रहते प्राथमिक उपचार की सुविधाओं से जोड़नाथा। शिविर का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मीरा बघेल के नेतृत्व और जिला कार्यक्रम प्रबंधक मनीष मेजर वार के मार्गदर्शन में किया गया ।

शिविर की जानकारी देते हुए डॉ.सृष्टि यदु ने बताया:”स्वास्थ्य विभाग रायपुर,आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय,विश्व स्वास्थ्य संगठन रायपुर इकाई एवं पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में उच्च रक्तचाप जांच शिविर का आयोजन विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर किया गया । शिविर में 150 लोगों के रक्तचाप की जांच की गई । जिसमें 25 संभावित विद्यार्थी ऐसे पाए गए जिनमें निम्न रक्तचाप की समस्या थी । उन्हें उच्च स्तरीय जांच के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालयबुलाया गया है । साथ ही नियमित फॉलोअप के लिए उनका मोबाइल नंबर भी दर्ज किया गया है । ताकि समय रहते होने वाली समस्याओं को दूर किया जा सके।”

इस अवसर पर एनसीडी के जिला नोडल अधिकारी डॉ.आशीष वर्मा ने बताया:”रक्तचाप दो प्रकार का होता है उच्च और निम्न दोनों ही प्रकार का हानिकारक होता हैं । उच्च रक्तचाप किसी भी उम्र में हो सकता है, इस बारे में दुनिया भर में आम लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 17 मई को विश्व उच्च रक्तचाप दिवस अथवा विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जा रहा है । इस वर्ष विश्व उच्च रक्तचाप दिवस “Measure your blood pressure accurately, control it, live longer””अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापे इसे नियंत्रित करें, अधिक समय तक जीवित रहे।” की थीम पर मनाया जा रहा है ।

उच्च रक्तचाप का खतरा महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में होता है,इसके अलग-अलग कारण भी हो सकते हैं जैसे निष्क्रिय जीवनशैली,फैमिली हिस्ट्री,तनाव, गलत खानपान,धूम्रपान, मोटापा, मधुमेह और अनियमित दिनचर्या आदि।आजकल 18 से 50 वर्ष के लोग उच्च रक्तचाप के भी शिकार हैं, ऐसे लोगों को अधिक खतरा होता है, जिनका कोलेस्ट्रॉल, हाई ग्लिसराइड अधिक होता है । व्यक्ति स्वस्थ जीवन शैली के लिये तनाव की नाव में ना चढ़े तो उसका रक्तचाप दुरुस्तरहेगा । नियमित दिनचर्या में बदलाव करना होगा तनाव और जंक फूड जैसे खानपान से दूरी करना होगा स्वस्थ जीवन जीने के लिए तनाव की नाव में कभी सवारना नहीं होना होगा।”

स्क्रीनिंग शिविर कार्यक्रम के अंत में मौजूद लोगों को राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की जिला सलाहकार डॉ.सृष्टि यदु ने तंबाकू के दुष्प्रभाव के विषय में भी विस्तार से बताया ।

शिविर में विश्व स्वास्थ संगठन रायपुर इकाई के उरविंन शाह, पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के फिजिकल एजुकेशन के राजीव चौधरी मौजूद रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने मेंआयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय के मेडिकल स्टाफ डॉक्टर, नर्स और लैब टेक्निशन, राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम से काउंसलर अजय कुमार बैस, सामाजिक कार्यकर्ता नेहा सोनी, और सेकेट्रियल असिस्टेंट कोमल साहू की महत्वपूर्ण भूमिका रही।राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम से काउंसलर अजय कुमार बैस, सामाजिक कार्यकर्ता नेहा सोनी, और सेकेट्रियल असिस्टेंट कोमल साहू मौजूद रहे।