गोधन न्याय योजना से मिले लाभ की ऐसी भी कहानी

कोरिया 13 जून 2022/छतीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना गोधन न्याय योजना पूरे प्रदेश में नए आयाम गढ़ रही है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ बनाने में महती भूमिका निभा रही है। गोबर बेचकर अतिरिक्त आमदनी से किसानों और पशुपालकों को अपने सपने साकार करने में मदद मिली है।

जिले में लोगों ने गोबर बेचकर मिली राशि का उपयोग खेती-किसानी, पशुक्रय से लेकर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, गृह निर्माण, और गाड़ी तक खरीदने जैसे कामों में किया है। लेकिन दिलमत बाई ने इन सबसे हटकर काम किया जिससे उन्होंने स्वच्छता और सुरक्षा की मिसाल कायम की है और इसमें उनकी मदद की शासन की गोधन न्याय योजना ने।

विकासखण्ड खड़गवां के ग्राम पंचायत खंधौरा की दिलमत बाई साहू ने ग्राम गौठान में गोबर बेचकर व्यक्तिगत शौचालय बनवाकर स्वच्छता और सुरक्षा की मिसाल पेश की है। वे बताती हैं कि परिवार में बहु-बेटियों सहित 11 सदस्य हैं। शौचालय की स्थिति खराब होने के कारण नित्यकर्म के लिए बाहर जाना पड़ता था, जो स्वच्छता, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं था।

कच्चे शौचालय को पक्का बनवाकर उपयोगी बनाने की योजना कई दिनों से थी, जो अब शासन की इस गोधन न्याय योजना के कारण पूरी हुई है। दिलमत बाई को गोधन न्याय योजना के तहत गौठान में 21 हजार 295 किलोग्राम गोबर बेचकर 42 हजार 590 रुपए प्राप्त हुए। इसमें उन्होंने कुछ अपनी राशि जोड़ी और घर में पक्का शौचालय बनवाया है।