“वंदे मातरम्” गौरव गान का सामूहिक गायन करने संस्कार भारती का आह्वान – डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर

रायपुर। भारत के स्वाधीन होते ही स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रभात का स्वागत “वन्दे मातरम्” गायन से किया गया था । क्या हमें यह मालूम है ? यह गायन किया था पंडित ओंकारनाथ ठाकुर ने, जिसे आकाशवाणी से 15 अगस्त 1947 को प्रातः 6.30 बजे प्रसारित किया गया था।

हम भारतीयों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था! आइये, इस प्रेरक क्षण की स्मृति पुनर्जीवित करें! संस्कार भारती ने अखिल भारतीय स्तर पर 15 अगस्त 2022 को प्रातः ठीक 6.30 बजे इस प्रेरणा गीत “वन्दे मातरम्” का सामूहिक गौरव गान करना सुनिश्चित किया है ।

डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर ने कहा कि संस्कार भारती छत्तीसगढ़ का आव्हान है कि…

  1. अपने मोहल्ले में ही एक स्थान तय कर 15 अगस्त 2022 को प्रातः 6.20 बजे तक सभी6 पड़ोसियों,मित्रों को उस स्थान पर पहुँचने का आत्मीय आग्रह करें ।
  2. सभी उपस्थित जन एक व्यवस्था में खड़े हो जायें और ठीक 6.25 बजे एक सज्जन इस कार्यक्रम का परिचय दें ।
  3. ठीक 6.30 बजे हमें “वन्दे मातरम्” का सम्पूर्ण गान करना है। सुविधा के लिए संपूर्ण वंदे मातरम का टेक्स्ट संस्कार भारती के पत्रक में प्रकाशित किया गया है ।
  4. वन्दे मातरम् गायन के तुरंत बाद एक सज्जन सभी उपस्थित समुदाय को “संकल्प” दोहरान करावें। यह संकल्प भी साथ ही संलग्न है।
  5. अंत में भारत माता के चरणों में पुष्प चढ़ा कर सभी अपने अपने गन्तव्य की ओर प्रस्थान करें।
    पूरा कार्यक्रम ही कुल 15-20 मिनट का है,तो आइये “ संस्कार भारती “ द्वारा निवेदित इस देशभक्ति भावभक्ति कार्यक्रम को पूरे उत्साह से मनावें।
    संस्कार भारती छत्तीसगढ़ द्वारा रायपुर जिले के लगभग सभी शैक्षणिक संस्थाओं , उच्चतर माध्यमिक विद्यालय एवं महाविद्यालयों में वंदे मातरम के संपूर्ण गायन का आह्वान किया गया है । सबसे आग्रह है कि चूंकि स्वतंत्रता दिवस पर सभी संस्थाओं में झंडा वंदन होगा अतः यदि प्रातः 6:30 बजे यह गान संस्था में होना संभव नहीं है तो कोई भी समय सुनिश्चित करके युवाओं को संपूर्ण वंदे मातरम गान के लिए प्रेरित किया जाए । इसके लिए संस्कार भारती की ओर से संस्थाओं को वितरित पत्रक में वंदेमातरम् के गौरवशाली इतिहास सहित इस गौरव गान का ऑडियो भी प्रेषित किया गया है जिससे उसी धुन के साथ सभी विद्यार्थी वंदे मातरम का संपूर्ण गायन कर सकें ।
    ज्ञातव्य है कि संस्कार भारती की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के आग्रह पर आकाशवाणी ने भी अपने सभी केंद्रों से संपूर्ण वंदे मातरम गान को सुबह 6:30 बजे प्रसारित करने का निर्णय लिया है ।