नई दिल्ली : भारत निर्वाचन आयोग वर्तमान में जारी बिहार विधान सभा चुनावों के संदर्भ में 05-07 नवंबर, 2020 तक विदेशी चुनाव प्रबंधन निकायों (आईईवीपी)/संगठनों के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय वर्चुअल चुनाव आगंतुक कार्यक्रम 2020 का आयोजन कर रहा है।
पूर्व में, ईसीआई ने 2014 के लोकसभा चुनावों, फरवरी/मार्च 2017 में कुछ राज्य विधानसभा चुनावों और मई 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए विदेशी ईएमबी/ संगठनों के लिए अंतर्राष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) का आयोजन किया था।
कोविड-19 महामारी के दौरान, बिहार में 72 मिलियन से अधिक मतदाताओं के साथ दुनिया में सबसे बड़े मतदाताओं में से एक है। महामारी की अवधि के दौरान, यह हमें सर्वश्रेष्ठ प्रयासों और मतदान प्रक्रिया के संचालन अनुभव को साझा करने का अवसर प्रदान करता है।
अफगानिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मलावी, मालदीव, माल्डोवा, मंगोलिया, मॉरीशस, नेपाल, फिलीपींस, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो, यूक्रेन, उजबेकिस्तान और जाम्बिया आदि सहित दुनिया भर के 40 से अधिक देशों से प्रतिनिधि और 3 अंतरराष्ट्रीय संगठनों (अर्थात अंतर्राष्ट्रीय आईडीईए, इंटरनेशनल फाउंडेशन ऑफ इलेक्टोरल सिस्टम (आईएफईएस) और एसोसिएशन ऑफ वर्ल्ड इलेक्शन बॉडीज (ए-डब्ल्यूईबी) को आईईवीपी-2020 में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।
आईईवीपी 2020 के कार्यक्रम में 05 नवंबर 2020 को एक ऑनलाइन चर्चा सत्र शामिल है, जो प्रतिभागियों को भारतीय चुनावी प्रक्रिया का व्यापक अवलोकन देने के अलावा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सुविधा, पारदर्शिता और चुनाव प्रणाली की पहुंच पर की गई नई पहलों प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की बदलती जरूरतों की जानकारी प्रदान करेगा। उद्घाटन सत्र पर मुख्य भाषण मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा द्वारा दिया जाएगा। सत्र को चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार और श्री सुशील चंद्रा भी संबोधित करेंगे।
दूसरे दिन, 06 नवंबर 2020 को, कार्यक्रम मतदाता जागरूकता के लिए आयोग के प्रमुख कार्यक्रम- एसवीईईपी (सिस्टेमेटिक वोटर्स एजुकेशन एंड इलेक्टोरल पार्टिसिपेशन) का एक अनूठा अवलोकन प्रदान करेगा। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राज्य के अनुभवों को वैश्विक दर्शकों के साथ साझा करेंगे।
07 नवंबर 2020 को, प्रतिभागियों को बिहार में मतदान केंद्रों के वर्चुअल दौरे के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। इस यात्रा में चुनावी प्रक्रिया के एक पूर्वाभ्यास और स्वतंत्र, निष्पक्ष, सहभागितापूर्ण और सुरक्षित चुनाव के लिए मतदान केंद्रों पर की जाने वाली विभिन्न व्यापक व्यवस्थाओं की विस्तृत जानकारी भी मिलेगी।