जिस जगह पर शहीद वीरनारायण सिंह ने बलिदान दिया, खुशी की बात की वहीं पर स्थापित की उनकी प्रतिमा – मुख्यमंत्री बघेल

रायपुर, 12 अगस्त 2023/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज शाम रायपुर शहर को 132 करोड़ 42 लाख रुपये के कई विकास कार्याे की सौगात दी। श्री बघेल ने रायपुर शहर के बीच ऐतिहासिक जय स्तंभ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की भव्य प्रतिमा का अनावरण किया। मुख्यमंत्री ने छतीसगढ़ विद्युत वितरण कंपनी के अंडरग्राउंड केबलिंग व विद्युतीकरण कार्य का शिलान्यास किया। यह काम 102 करोड़ रुपये की लागत से कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि 1857 के गदर के समय दिल्ली, झांसी, अवध आदि विद्रोह के केंद्र थे। छत्तीसगढ़ भी लड़ाई में पीछे नहीं था। वीरनारायण सिंह के पास जमींदारी भी थी इसके बावजूद अंग्रेजों के हुक्म को मानने से इंकार कर दिया। लड़ाई हुई और मुखबिर की सूचना के आधार पर उन्हें पकड़ा गया। 10 दिसंबर को जयस्तंभ चौक में उन्हें फांसी दी गई। बताते हैं कि कई दिनों तक उनके शव को फांसी से उतारा नहीं गया ताकि लोगों में खौफ आ जाए। उनके वंशज गांव छोड़कर भागे, छूपकर रहे। उनके परिवार को बड़ी तकलीफ हुई।

बाद में उनकी वंशावली बनाई गई और शासन से उनके वास्तविक वंशजों को मान्यता मिली। ऐसे शहीदों के बलिदान से हमारा देश आजाद हुआ। आज मुझे इस बात की खुशी है कि जिस जगह पर उन्होंने बलिदान दिया, वहीं पर उनकी 15 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई। मुझे इस बात की खुशी है कि जिला प्रशासन ने यह अच्छा कार्य किया है। आज रजक गुड़ी का लोकार्पण भी मैंने किया है। बहुत से सरोवरों-उद्यानों के जीर्णाेद्धार का आज लोकार्पण हुआ है। बहुत से समाज के लोग जुटे हैं। आज 36 सामुदायिक भवनों का शिलान्यास किया गया है जिनकी घोषणा भेंट मुलाकात के दौरान मैंने की थी।

इस मौके पर उपमुख्यमंत्री श्री टीएस सिंहदेव ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि हम ऐसे वीरों की भूमि से हैं जिन्होंने अपने लोगों के खातिर अपनी जान गंवाने में भी कदम पीछे नहीं किये। इस मौके पर शहीद वीरनारायण सिंह की सातवीं पीढ़ी के वंशज श्री राजेंद्र सिंह दीवान ने सोनाखान का इतिहास और सोनाखान की गाथा सुनाई तथा कविता के रूप में शहीद वीरनारायण सिंह के पराक्रम का वर्णन किया। इस मौके पर सांसद श्री दीपक बैज, विधायक श्री कुलदीप जुनेजा, विधायक श्री विकास उपाध्याय, महापौर श्री एजाज ढेबर, सभापति श्री प्रमोद दुबे, कलेक्टर डा. सर्वेश्वर भुरे, नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी भी मौजूद रहे।

शहीद वीरनारायण सिंह जी की प्रतिमा का अनावरण

स्वाधीनता आंदोलन में अग्रणी रहे शहीद वीरनारायण सिंह जी की भव्य प्रतिमा जयस्तंभ चौक में स्थापित की गई है। ग्राम थनौद के मूर्तिकार श्री राधेश्याम चक्रधारी व श्री लव चक्रधारी ने इस प्रतिमा का निर्माण किया है। यह कांस्य प्रतिमा 15 फीट ऊंची व 02 टन वजन की है। प्रतिमा निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्य की कुल लागत लगभग 51 लाख रूपए है।

सीएसपीडीसीएल की 112 करोड़ की कार्य योजनाओं का शुभारंभ

सीएसपीडीसीएल द्वारा 109 करोड़ रूपए की लागत से प्रस्तावित अंडरग्राउंड केबलिंग व विद्युतीकरण कार्य का शिलान्यास आज किया गया हैं। इस कार्य के पूरा हो जाने से सड़कों पर फैले तार अंडरग्राउंड होंगे, जिससे शहरों को सुव्यवस्थित व सुंदर स्वरूप में विकसित करने में सहायता मिलेगी। इसके अलावा मठपुरैना व आईएसबीटी में 03 करोड़ रूपए की लागत से अतिरिक्त सब-स्टेशन व ट्रांसफार्मर स्थापना का कार्य का लोकार्पण हुआ है। अब इस क्षेत्र के निवासियों को निर्बाध बिजली आपूर्ति उपलब्ध होगी।

शहरी औद्योगिक पार्क ‘रजक गुड़ी’ का लोकार्पण

परंपरागत रूप से कपड़े की धुलाई व प्रेस करने के काम में जुटे रजक समाज को उनके व्यवसाय से जुड़ी आधुनिक सुविधाएं सुलभ कराने के उद्देश्य से रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा शहर के मध्य स्थित नरैया तालाब में राशि 69 लाख रूपए की लागत से स्थापित शहरी औद्योगिक पार्क ‘रजक गुड़ी’ का लोकार्पण हुआ है। इस परिसर में मैनुअल के साथ-साथ आटोमेटिक इलेक्ट्रिकल वॉशिंग मशीन लगाई गई है, जिसमें 25-25 कि.ग्रा. के 02 कपड़े निचोड़ने वाली एक्सपेक्टर मशीन, 60 कि.ग्रा. क्षमता की 01 वॉशर तथा 50 कि.ग्रा. क्षमता वाली 01 ड्रायर मशीन स्थापित की गई है।

परंपरागत व्यवसाय से जुड़े धोबी समाज के परिवारों को परंपरागत व्यवसाय के साथ ही उनके रोजगार सृजन की व्यवस्था इस पार्क में की गई है, जिसके अंतर्गत कपड़ा धोने के लिए साबुन और डिटर्जेंट बनाने का भी प्रशिक्षण इन परिवारों को दिया जाएगा। इस रोजगारोन्मुखी योजना का लाभ इस तालाब से जुड़कर परंपरागत व्यवसाय कर रहें धोबी समाज के लगभग 100 से अधिक परिवारों को प्राप्त होगा।

रायपुर में 12 करोड़ की लागत से 16 शहरी उद्यानों व तालाबों का जीर्णाेद्धार कार्य का लोकार्पण

रायपुर स्मार्ट सिटी लि. द्वारा जल संरक्षण व कार्य का शिलान्यास हुआ है। इन भवनों के निर्माण हो जाने से विभिन्न समाजों के सैकड़ों परिवारों को अपने आयोजनों के लिए उपयुक्त स्थल उपलब्ध होगा।