बड़ा मंदिर में दूसरे तीर्थंकर भगवान अजीत नाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस मनाकर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया

रायपुर। श्री आदिनाथ दिगंबर जैन बड़ा मंदिर पंचायत ट्रस्ट मालवीय रोड रायपुर में दिनांक 13 अप्रैल 2024 चैत्र शुक्ल पंचमी को दूसरे तीर्थंकर अजीत नाथ भगवान के मोक्ष कल्याणक दिवस के अवसर पर निर्वाण लाडू चढ़ाया गया।

ट्रस्ट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष संजय जैन नायक एवं पूर्व उपाध्यक्ष श्रेयश जैन बालू ने बताया की आज जैन धर्म के दूसरे तीर्थंकर भगवान अजीतनाथ जी का मोक्ष कल्याणक दिवस है। उनके जीवन पैचय में बताया की भगवान् आदिनाथ के मोक्ष चले जाने के बाद जब पचास लाख करोड़ सागर वर्ष बीत चुके तब द्वितीय तीर्थंकर का जन्म हुआ था । इनकी आयु भी इसी अन्तराल में सम्मिलित थी । जन्म होते ही, सुन्दर शरीर के धारक तीर्थंकर भगवान् का देवों ने मेरूपर्वत पर जन्माभिषेक कल्याणक किया और अजितनाथ नाम रखा। इन अजितनाथ की बहत्तर लाख पूर्व की आयु थी और चार सौ पचास धनुष शरीर की ऊँचाई थी ।

अजितनाथ भगवान के शरीर का रंग सुवर्ण के समान पीला था । उन्होंने बाह्य और आभ्यन्तर के समस्त शत्रुओं पर विजय प्राप्त कर ली थी। जब उनकी आयु का चतुर्थांश बीत चुका तब उन्हें राज्य प्राप्त हुआ । उस समय उन्होंने अपने तेज से सूर्य का तेज जीत लिया था। एक लाख पूर्व कम अपनी आयु के तीन भाग तथा एक पूर्वागं तक उन्होंने राज्य किया। आज ही के दिन चैत्र शुक्ल पंचमी के दिन जब कि चन्‍द्रमा रोहिणी नक्षत्र पर था, प्रात:काल के समय प्रतिमायोग धारण करने वाले भगवान् अजितनाथ ने मुक्‍तिपद प्राप्‍त किया।

इस अवसर पर आज सुबह 8.30 बजे पार्श्वनाथ बेदी के समक्ष सभी पहुंचे एवं मंगलाअष्टक का पाठ प्रारंभ कर श्री जी को पांडुशिला में विराजमान किया। सभी ने रजत कलशों से भगवान का प्रासुक जल से रजत कलशों से अभिषेक किया।तत्पश्चात चमत्कारिक रिद्धि सिद्धि सुख शांति प्रदाता शांति धारा की गई। आज की शांति धारा करने का सौभाग्य शैलेंद्र जैन जैन हैंडलूम एवं अक्षत जैन को प्राप्त हुआ।शांति धारा उपरांत आरती कर भगवान अजीत नाथ का पूजन व निर्वाण कांड पढ़ कर सभी उपस्थित धर्म प्रेमी बंधुओ ने निर्माण लाडू चढ़ाया। अंत में विसर्जन पाठ किया गया। इस अवसर पर श्रेयश जैन बालू, प्रवीण जैन मामा जी,महेंद्र कुमार जैन, प्रणीत जैन ,शैलेंद्र जैन,किशोर जैन,समित जैन, के साथ महिलाए उपस्थित थी।